गिरिधारी बारिक ओडिशा में ‘मास्टर’ के नाम से फेमस हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले सभी दलों के राजनेताओं के लिए वह कपड़े सिलते हैं। उनके पास कुर्ता-पायजामा सिलाई के ऑर्डर भरे पड़े हैं।
ऐसे हुई बीजू बाबू के कपड़ों के सिलने की शुरुआत
बारिक ने कहा कि आप सोच सकते हैं कि मैं डींग मार रहा हूं, लेकिन मेरा पहला मुवक्किल कोई और नहीं बल्कि बीजू पटनायक थे। बीजू बाबू 2 अक्टूबर, 1983 को भुवनेश्वर के अशोक नगर इलाके में खादी निकेतन स्टोर का उद्घाटन करने आए थे, जहां मेरी सिलाई की दुकान थी। दुकान के मालिक कैलाश साहू ने सुझाव दिया कि मैं बीजू बाबू को एक कुर्ता सिलूं। बीजू बाबू ने अनिच्छा से कहा कि उनके सभी कुर्ते दिल्ली में सिलवाए गए हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि अगर उन्हें फिट पसंद आया, तो वह मुझे अपने जीवित रहने तक अपने कुर्ते सिलने देंगे।
चैलेंज था बीजू पटनायक का कुर्ता सिलना
गिरिधारी ने कहा कि बीजू बाबू का कुर्ता फिटिंग का सिलना चैलेंज था। उनके हाथ बहुत लंबे थे और कंधे चौड़े थे। उनकी भी लंबाई बहुत ज्यादा थी। लेकिन उसके बाद से मैंने उसके सभी कुर्ते सिले और एक बार में ही वह एकदम फिट हुए।
कई दिग्गजों की नाम मास्टर के पास
बारिक के पास ओडिशा के 150 से अधिक राजनेताओं के माप हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी शामिल हैं, जिनके लिए उन्होंने एक बार कुर्ता-पायजामा सिला था। उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में राजनेताओं की शैली बदल गई है। कॉटन अधिकांश लोगों की पहली पसंद है, लेकिन इन दिनों लिनन एक हॉट डिमांड हो गया है। कुर्ते समान होते हैं लेकिन कुछ छोटी बाजू चाहते हैं, अन्य अतिरिक्त लंबी और गर्दन के अलग-अलग डिजाइन चाहते हैं।’
गिरिधारी कक्षा 5 तक ही पढ़े हैं। उन्होंने कहा कि दर्जी के हुनर ने उन्हें आगे बढ़ाया है। अर्जुन मुंडा (झारखंड) जैसे राजनेताओं के अलावा बारिक ने गायक पंडित रविशंकर, पूर्व राजदूत कुलदीप नय्यर, पंडित रघुनाथ पाणिग्रही, ओडिसी गुरु गंगाधर प्रधान और संगीतकार प्रफुल्ल कर के लिए कपड़े सिलवाए हैं।